हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिनाक 17 मार्च 2016 गुरुवार को विश्व सूफी फोरम में सूफीवाद को शांति की आवाज करार देते हुए कहा कि अल्लाह के 99 नामों में से कोई भी हिंसा से नहीं जुड़ा है, हमने उनका वक्तव्य ध्यान से पढ़ा,
हमें इस बात का सौ प्रतिशत विश्वास है कि मोदी जी न तो अरबी जानते हैं,और न कुरान पढ़ सकते है, लेकिन जब उन्होंने कहा कि अल्लाह के कुल 99 नामों में एक भी ऐसा नहीं है, जिस से हिंसा की प्रेरणा मिलती हो, हमें ऐसा लगता है कि किसी मौलवी ने मोदी को यह बात बताई होगी,
स्वाभाविक बात है कि वहां उपस्थित मुस्लिम मोदी की बात का समर्थन करते, क्योंकि वहां एकभी ऐसा व्यक्ति नहीं था जो मोदी को असलियत बता सकता, मेरे हिसाब से मोदी ने 10 प्रतिशत झूठ बोला था, क्योंकि अल्लाह के 99 नामों से 9 नाम ऐसे हैं, जिनके अर्थ हिंसा, अत्याचार और अपराध की प्रेरणा देते हैं, पहले यह विडिओ ध्यान से देखिये .
PM Modi at World Sufi Forum: 99 names of Allah ,none stands for violence
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अब हम अल्लाह के 9 नाम मूल अरबी और देवनागरी ने हिंदी अंगरेजी अर्थ और कुरान की आयतों का सन्दर्भ सहित दे रहे हैं ,
अल्लाह के निंदनीय नाम
मुस्लिम विद्वानों का यह भी दावा है कि अल्लाह के हजारों नाम हो सकते हैं , जो उसकी सामर्थ्य , शक्ति और महानता प्रकट कर सकते हैं , चूँकि इस्लाम में अपूर्ण संख्या को शुभ माना गया है ,इसलिए अल्लाह के 100 नामों कि जगह 99 नाम ही कुरान से चुने गए है , इसलिए हमने उन 99 नामों से सिर्फ 9 ऐसे नाम चुने हैं , जिन से अल्लाह को ईश्वर नहीं सबसे बड़ा अपराधी कहा जा सकता है . . यह नाम इस प्रकार हैं,
1-अज्जार (ﺍﻟﻀﺎﺭ) =घमंडी , हानिकर्ता और कष्ट दाता (Proud One,Distressor, The Harmer)6:17
2-जब्बार (ﺍﻟﺠﺒّﺎﺭ )=तानाशाह),जबरदस्ती करने वाला (Despot,Compeller)59:23
3-क़ह्हार (ﺍﻟﻘﻬّﺎﺭ )=दास बनाने वाला (Subduer)12:39,13:16,
4-खफीज (ﺍﻟﺨﺎﻓﺾ )=उत्पीड़क , अत्याचारी(oppressors and tyrants)56:3
5-मुजल्लिल् (ﺍﻟﻤﺬﻟِﻞ )=अशिष्ट ,उद्दण्ड ( Humiliator)3:26
6-मुमीत (ﺍﻟﻤﻤﻴﺖ) =प्राण हंता , प्राण घाती ,जानलेवा (Death Giver, Causer of death)3:156,7:158,15:23
7- मुंतकीम (ﺍﻟﻤﻨﺘﻘﻴﻢ )=प्रतिशोधक , बदला लेने वाला (Avenger)43:40-42,32:22
8-मुतकब्बिर (ﺍﻟﻤﺘﻜﺒِّﺮ )=दम्भी , डींग बाज( Proudy,Tremendous)59:23
9-माकिर (ﺍﻟﻤﺎﻛﺮ )=धोखेबाज , मक्कार (Deceiver)8:30
चूँकि कुरान में अल्लाह के यह दुर्गुणी नाम मौजूद हैं , और सभी मुसलमान नमाज पढते हैं , इसलिए नमाज में कुरान की यह आयतें पढ़ी जाती हैं ,तो मुसलमानों में अल्लाह के यह दुर्गुण खुद ही प्रविष्ट हो जाते हैं अधिकांश मुस्लिम अल्लाह के इन नामों को तोते की तरह रटते रहते हैं जिसे वजीफा कहा जाता है और जिसका बहुवचन ” वजायफ़ – ﻭﻇﺎﻳﻒ ” होता है. इनका ऐसा विश्वास है कि अल्लाह के नामों के जपने से चमत्कारी लाभ होते हैं . यह बात झूठ है
बताइये अल्लाह के ऐसे दुर्गुणी नाम जपने या उनका स्मरण करने से मुसलमान शांतिप्रिय और सदाचारी बनेगे या महा अपराधी ? दुनिया भर में बढ़ाते हुए अपराध , आतंक और भ्रष्टाचार के पीछे अल्लाह को याद करना ही है !
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अब पाठक गण खुद निर्णय करें
क्यो दुनिया का
लगभग लगभग हर आतंकी मुस्लिम समुदाय से ही क्यो है
deveshroy said:
Mujha apsa bat karni hai bahi maina apka sai wala post bahut ko diya bahut ko viswas hua bahut ko nahi
par manusmarti wala na to maja bandh diya osho manusmarti ka khilaf bolta tha
par apka is post sa bahut sa osho sanyasio ko bata paya aur bhi kafi ko
aur kudh mujha bhi pata cahl saka manusmarti ka bara mai sach khr
mai apsa khuch discuss karna cahta hu
please bahi apka koi fb I’d or whtsapp no. hai