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शिर्डी साईं का भंडाफोड़, शिर्डी साईं की असलियत, शिर्डी साईं मांसाहारी, शिर्डी साईं मुस्लिम, साईं हिन्दुद्रोही, birth of sai baba, sai baba, sai baba of shirdi, shirdi sai, shirdi sai baba, shirdi sai eat biryani, Shirdi sai exposed, shirdi sai is muslim, shirdi sai was disbeliver
आज मैं शिर्डी साईं के सारे राज का पर्दाफाश कर रहा हु,
कृपया धयन जरुर दे की सभी सबूत शिर्डी से प्रकाशित साईं सत्चरित्र से लिए गये है,
इसलिए इनमे से किसी भी प्रमाण को पहले जांच ले और उसके बाद सही होने पर ही कुछ वाद विवाद करे, यदि कोई साईं भक्त आहत है और मेरे दिए हुए प्रमाण से संतुष्ट है नहीं तो वह कानोनी करवाई कर सकता है,
जय श्री राम,
आज मैं आप सभी के सामने वो सच रख रहा हु जिसे जान कर सभी साईं भक्तो के पैरो टेल जमीन खिसक जाएगी, बहुत से साईं मित्र यही कहते थे की मेरे पास कोई ठोस सबूत नहीं है की साईं मुस्लमान है,
कुछ लोग कहते थे की साईं ब्राह्मण है, पर उनके पास इस बात का कोई सबूत या प्रमाण नहीं होता था,
कुछ अन्य भक्त कहते थे की साईं केवल हिन्दू ग्रंथो का पाठ करते थे और उनके गुरु भी हिन्दू थे,
लेकिन मेरे साईं के मांसाहारी होने की बात पर कुछ ये भी कहते थे की साईं ने कभी मांस को हाथ तक नहीं लगाया,
पर आज इन सभी तथ्यों को झुतना सिद्ध करके मैं दिखाना चाहता हु की साईं सच में माँसाहारी था,
यही नहीं साईं ने एक बकरे को भी काटने का प्रयत्न किया था वो भी बकरईद के दिन,
हद तो तब हो गयी जब एक ब्राहमण को साईं ने मांस खिलाने के लिए बाध्य किया,
ये सब मैं अपनी तरफ से नहीं बल्कि शिर्डी के साईं संस्थान से प्रकाशित साईं सत्चरित्र के माध्यम से कह रहा हु,
पाठको से विनती है की इसे पढ़े और पढने के बाद मनन व् चिंतन करे की क्या ऐसा पाखंडी, यवनी, धूर्त, कपटी, सनातन धर्म में कोई इश्वर या अवतार हो सकता है, जैसा की विगत १५ वर्षो से दुस्प्रचारित किया जा रहा है,
शिर्डी में ही साईं की समाधि है जो चाँद बाबा के नाम से है, ये चाँद बाबा असल में चाँद मियां उर्फ़ साईं बाबा ही थे, अब ये दफनाये गये है तो दफ़नाने के बाद ये सालो तक जमीन में ही दफ़न रहेंगे,
जमीन में दफ़न होंगे तो सड़ेंगे ही, और सड़ेंगे तो कीड़े ही पड़ेंगे, तो मेरे भाइयो बहनों जो साईं भक्त है वो सोचे की जब ये भगवान् होकर कीड़ो से अपनी रक्षा नहीं कर सकता तो आप लोगो को भव् सागर कैसे पार कराएगा,
गीता में भी भगवान् कृष्ण ने कहा है, की दफनाये गये मुर्दा आदमी को जो सकाम भाव से पूजता है वो भी प्रेत योनी में भक्त रहता है और वो भी जो दफनाया जाता है,
तो मेरे भाइयो बहनों, प्रेत को पूज कर आप भी प्रेत ही बनोगे,
इसलिए छोड़ो साईं भक्ति और केवल श्री कृष्ण, श्री राम और शंकर महादेव को पूजे, सनातन धर्म ही सबसे उत्तम है
प्रमाण के लिए निचे साईं सत्चरित्र की पुस्तकों के पृष्ठ और अद्याय दिए हुए है जिनसे ये साबित होता है की साईं न केवल मुसलमान था बल्कि वह मांसाहारी और धर्मद्रोही भी था,
नीचे अंग्रेजी में भी साईं के बारे में विस्तार से बताया गया है ताकि जिन्हें हिंदी में समझ ना आ सके वे अंग्रेजी में साईं की असलियत अपनी आँखों से देख सके
यदि आप भी साईं के इस षड्यंत्र को समझ चुके है और चाहते है की अपने सनातनी भाई बहनों को इस षड्यंत्र से अवगत करा कर उन्हें घोर पाप से बचाए तो आप इस पम्पलेट के पोस्टर या बैनर छपवा कर बाँट सकते है, बिना लिंक के पोस्टर आप यहाँ से डाउनलोड कर सकते है,
Vikramadity Dalvi said:
नमस्कार,
इस विषय मे मै कुछ जानकारी जोडना चाहता हु. कृपया अपना ई-मेल दे.
विक्रम
डॉ. मोहम्मद नौशाद खान said:
आपका पूरा लेख यहाँ पढ़ा , जिसमे आपने कहा की साईं जी मुसलमान थे और मांसाहारी थे, आपकी बातें यदि सच भी हैं तो मुसलमान होना और मांसाहारी होना कोई अपराध है क्या, आपने इतनी बड़ी भूमिका ये कहने में बाँधी जैसे आप कोई तथ्य या नया सबूत पेश करने वाले हो ,जबकि ये बातें सब जानते हैं , अफ़सोस, घृणा के समुन्दर में आकंठ डूबे होने के कारण आपने उन्हें पाखंडी , धूर्त यवनी वगैरह कह दिया , मैं कोई साईं भक्त नहीं हूँ , लेकिन मैं आपको बता दूँ , साईं बाबा ने कभी कोई नया संप्रदाय , परंपरा या प्रथा नहीं डाली , न ही किसी को उनकी कब्र को पूजने के लिए कहा , व्यक्ति आपने कर्मों के कारण दुनिया में प्रसिद्धि पाता है उसका यश किसी द्वेष का कारण नहीं बनना चाहिए , आपकी समस्या ये है कि बाबा मुस्लिम थे सो आपको भोंकने का मौका मिल गया , आपके राम कृष्ण वगैरह वैसे तो काल्पनिक ही हैं लेकिन यदि आपके शास्त्रों पुराणों को पढ़ा जाए , तो ये साबित होता है कि आपके भगवान राम ज़बरदस्त मांसाहारी थे , और हिरन के शिकार के लालच में ही सीता जी को खो बैठे , और कृष्णाजी की रांड बाज़ी जग जाहिर है , पुराणों में सेकड़ों जगह ऋषि मुनियों द्वारा अपनी बेटी, बहु और पर स्त्रियों के साथ सेक्स के विवरण मिलते हैं सबूत चाहिए तो फरमाएं , आपके उलटी करने से लोग साईं पूजा नहीं छोड़ देंगे , लिंग , योनी , चूहे , सांप , हाथी वगैरह को पूजने वाले यदि एक सच्चे व्यक्ति की आराधना कर रहे हैं तो आपको खुजली क्यूँ है भाई
कुरान और इस्लाम की असलियत said:
आपके कमेन्ट से ही पता चलता है की आप मुसलमान अपना भांडा फूटने पर कैसे बोखला गए है
वो अल्लाह ही क्या जिसे चूहे सांप और जानवरों से अलेर्जी हो,
हिन्दू धर्म कितना महान है इस बात का पता इसी से चलता है की वर्षो से आप लोगो के दुष्प्रचार के बाद भी हमारी संस्कृति अक्षुण है,
आपने कहा की भगवन राम काल्पनिक थे, इसे तो नासा और इसरो ने भी साबित कर दिया है की राम एक युगपुरुष थे, और उनके समय के ग्रहों नक्षत्रो की गणना सब बिलकुल सही है, रही बात भगवान् कृष्ण की तो आप श्री राम कृष्ण परमहंस जी का वो व्यक्तव्य पढ़े जिसमे उन्होंने कहा है की श्री कृष्ण की केवल एक पत्नी थी रुकमनी, बाकी सभी उनके संरक्षक में थी, अब ये आपकी सोच पर निर्भर करता है की आप भगवान् कृष्ण को मुह्हमद रसूल जैसा रंगीला आदमी समझे या नहीं,
आपके मुह्हमद की रंगीलेपन की बाते तो सारे जग में मशहूर है, मरते वक़्त भी मुह्हमद का लिंग एकदम ऊपर आकाश की तरफ था,
अब साईं के मुसलमान और साथ ही हिन्दूद्रोही होने का भांडा फुट चूका है तो आप जैसे शांति के दूत मुसलमान कैसे घबरा गये है,
डॉ. मोहम्मद नौशाद खान said:
भांडा उसका फूटता है जिसके पास भांडा होता है , घबराता वो है जो चोर है , तुम जैसो लोगों की तो हिम्मत ही नहीं की सच और झूंट का सामना कर सको , साईं बाबा को पूजा जाने के कारण , आप लोगों की कितनी फट रही है इसको महसूस किया जा सकता है , अब नासा इसरो को कहाँ राम और कृष्ण के जीवाश्म मिल गए जो उनका होना साबित होगा , झूंट के समंदर पर इतिहास नहीं लिखा जाता , एक औरत के साथ पांच भाइयों द्वारा सुहागरात मानना आपकी परंपरा है इस्लाम की नहीं , इतिहास में तो यह भी लिखा है की सीता के गर्भ से रावण की एक संतान पैदा हुई , ज़रा दक्षिण रामायण पढ़ें , अवैध्य संतानों , और उनके बीच अनैतिक कार्यों की कहानी है महाभारत , जो कहती है की जो मन आये करो और फल की चिंता मत करो , yahi कारण था कृष्ण नामक भगवान ने सेकड़ों बालाओं का योनी मर्दन किया और अपनी बहन तक को पराये के साथ भगा दिया , तो कोई अपनी भाभी को गोद में बैठाकर सहलाता नज़र आया , क्या क्या लिखा जाए , हंसी आती है , जिस वेद पुराण को पढो चुतियापा नज़र आफ ता है , यहाँ मैं ये बता दूँ कि इस्लाम के खिलाफ अंट शंट लिखने से लोग इसे और जान रहे हैं और इसे अपना रहे हैं
truthalwayslive said:
Ahmed Pandit (Ex Shankaracharya Sanjay Dwivedi)
The Concept of GOD in Hinduism and Islam in the light of the sacred scriptures
Speakers Dr. Zakir Naik & Sri Sri Ravi Shankar
Conducted Banglore 2006
Bhai Dinesh Choudhary (Denik Bhasker Reporter, Jabalpur) Lecture About Islam & Muhammad
(PBUH)
हिंद रक्षक रोहित द्विवेदी said:
Doctor Mohammad , aapke vicharon se hi apki soch dikhti hai, aap hamesha sex ki hi baaton par zor de rahe ho, aur adhoora gyan agyan se bhi khatarnak hota hai, toh Hindu dharm ke vishay me apko bina jane kuch toh bhi nahi bolna chahiye, aur apni kattarta apne pas hi rakhiye !
Sunil Barthwal said:
डा० मोहम्मद खान तुम हिन्दू धर्म को कितना जानते हो शायद 1% भी नहीं ..वरना ये बात तुम कभी न कहते …खैर तुम्हारे धर्म में जो है वो सेक्स के अलावा कुछ नहीं है …इसलिए तुम्हारे विचार अलग हो भी नहीं सकते…आज हिन्दू संस्कृति पर अमेरिका भी रिसर्च कर रहा है ये तुम जैसे लोग कभी नहीं मानोगे और न ही हम मनाना चाहते है ..एक कहावत है कुंवे के मेडक कुंवे में ही रहता है तो सारी दुनिया उसी को समझ बैठता है… तुम्हारी भी स्थिति उससे जुदा नहीं है… अगर इस बात पर यकीन न हो तो 26 सितम्बर का देनिक जागरण पढ़ लेना शायद तुम्हारी तुच्छ बुद्धि में कुछ अकल आ जाय…
netchutney said:
सुनील हर धर्म में औरतों को सेक्स के लिया इस्तेमाल किया गया है. शायद तुम मंदिर के देवदासी को भूल गए हो. हिन्दू धर्म को पहले तुम खुद तो समझो , तब दुसरे धर्म को दोष दो
कुरान और इस्लाम की असलियत said:
क्या आप देवदासी प्रथा का कोई प्रमाण फोटो या न्यूज़ का दे सकते है, ऐसी झूठी खबरे केवल मुस्लिम ब्लोगर ही फैला रहे है, मैंने आज तक न ऐसी किसी प्रथा के बारे में सुना है और न कभी देखा है, यदि आपके पास है तो अवश्य दे, और यदि ऐसी प्रथा है भी तो मेरे ख्याल से अब उसका कोई अस्तित्व नहीं है,
Vikramadity Dalvi said:
देव दासी प्रथा वेदो मे नही है! कुछ लोग हिंदू परिवार मे जन्म कर गाय का मास खाते है इस लीये कोई कहे की हिंदू धरम मे गोमास खाना वर्जित नही है! तो मूर्खता पूर्ण होगा! इस लीये जो ये कहते है की देव दासी प्रथा वेद संमत है वो प्रमाण दे
कुरान और इस्लाम की असलियत said:
मित्र मैं तो इनसे प्रमाण मांग चूका हु, पर इनके पास केवल ऐसी मनगढ़ंत कहानिया पेस्ट करने के अलावा कुछ नहीं है, अभी तक ऐसा कोई प्रमाण ये नहीं दे पाए है…
netchutney said:
Chalo proof bhi lelo
netchutney said:
Chalo Buffalo sacrifice bhi dekh lo. Hindu nahi toh kon khata hai iss meat ko , kya musalman khate hai bali ke meat ko jawab zaroor dena.
Agar video par vishwas na ho toh Kamakhya temple – Gawhati chale jana
netchutney said:
रावन तो सीता को इसलिय उठा कर ले गया था क्योंकि इसकी बहिन laxman की साथ सोना चाहिती थी. अब बताओ , क्या हिन्दू धर्म में स्त्री को शोभा देता है यह । और रावन उसकी सहायता के लिए सीता को किडनैप कर लिया ।
कुरान और इस्लाम की असलियत said:
वाह,,, आपने तो दो पंक्तियों में ही रामायण ख़त्म कर दी, आप जैसे महापुरुष हो तो क्या कहे,,, क्या आप रामायण का ऐसा कोई रेफेरेंस दे सकते है जहा ये लिखा हो की रावण की बहन लक्ष्मण जी के साथ सोना चाहती थी, याद रखिये ये होना चाहिए – सोना चाहती थी,,,
आपको तो रावण की बहन का नाम तक नहीं पता तो आप जैसे मुर्ख महाअज्ञानी से ऐसी ही आशा की जा सकती है
netchutney said:
You are talking like illiterate. only blaming others. First know your ved and puran which has plenty of incident where people eat meat.
Even in Ayurveda, there are medicine , containing raw meat as ingredient .
If you don’t believe, ask your so called BABA RAMDEV.
netchutney said:
Hindu dharam mein written document nahi hai, sirf kahaniyan hai.is liye khoj ki ja rahi hai isski origin ki.
Ajay Sharma said:
वाह भाई आपने दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया || बहुत बढ़िया भाई बहुत बहुत धन्यवाद आपका इतना विस्तार से बताने के लिए ||
Pingback: ईसाईयत व् इस्लाम को चुनौती
Pingback: भारत के इतिहास का सबसे बड़ा इस्लामिक षड्यंत्र – शिर्डी साईं | वैदिक संस्कृति संरक्षण अभियान Back To Vedas
ambrishtyagi (@ambrishtyagi) said:
… this is stupidity to fight over religion … religion was Social life line of the past … in the modern world we need “Sanskaar” and not religion. A religion that divides humanity … creates violence … is not worth discussing.
… so keep away from any thing that teaches us hatred from human to human !!!
कुरान और इस्लाम की असलियत said:
अरे मित्र संस्कार भी तो धर्म से आते है और आपके REligion और धर्म में बहुत अंतर है, religion एक विचारधारा की तरह होता है और धर्म जो धारण करने योग्य है धारण करने योग्य उत्तम विचार ही धर्म होता है,
जय श्री राम
Sh Sai Sewa Mitramandal said:
hisso m bat jaati hai insan ne banayi kaum hai seedha kardo to allah hai najar firado to aaum h………jo humein bhadkaane ki koshish ker rhae h wo ye samjh jayen to unka bhala ho jayega
Rohit Singh said:
bhai apne ankhe khol di……………….aur ek aur baat kuch hindu virodhi ke liye…….
Hindu granth ki har baat me koi gehra tathiya chupa h……………jo usse nhi janta vo to tod mrod kar hi bolenga……….usse bura hi khenga…………
पवन कुमार खत्री said:
Akhilesh Kant (@akhilesh_kant) said:
jo dharam ke sath nahi vo dharam ke virudh hai……proud to be hindu
netchutney said:
इस संदर्भ में प्रभु राम भी गैर शाकाहारी थे. भगवान राम राजपूत परिवार में पैदा हुऐ थे.
फिर भी लोग उनसे प्रार्थना करते हैं.
Alok Sinha said:
Kya aap logo ne kabhi chuho ko aapas me ladte marte dekha hai, billi ko dekha hai ek dusre ko jaan se maarte hue??? phir ye insaan ko kya ho rakha hai jo ek dusre ko maarne me pada hai… ladayi karke koi nahi jeet ta… sabhi haarte hain…… ab ye baat kattar logo ko shayad pasand na aaye
Ankit Ashesh said:
@ netchutney
Pehle apni asli roop ko dikah mere hetchutny phir tere se baat karte hai …
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Vipul Luckhnavi said:
मित्रो
मेरा सौभाग्य है कि मैंनें बाइबिल के दोनो टेस्टमेंट और कुरान को पढा है। साथ ही सनातन पर अनेकों शोध की और पढा है।
बस एक प्रश्न मै6 आपके सामने रखना चाह्ता हूं। जिसका उत्तर बताने का कष्ट करें।
1. क्यो पशचिमी देश सनातन हिंदू साहित्य वेद, उपनिषद और पुराणों पर शोध कर रहें हैं। जबकि सब इसाई देश हैं। कोई बाइबिल या कुरान पर शोध क्यों नहीं करता???
2. कुरान का सार है।
अल्ल्ह से डरो। वह तुम्हारी खतायें माफ कर तुम्हे जन्नत देगा। इत्यादि। क्योकिं वह रहीम और बडे दिल वाला है। सिर्फ उसी को मानो और उसी मार्ग पर चलो और दुसरों को जबरिया चलाओ।
बाइबिल का सार है प्रभु ईशु की शरण में आओ। उसके मार्ग पर चलो। उसे प्रेम करो वह तुम्हे स्वर्ग देगा। मतलब जो उसके मार्ग पर नहीं चलेगा चाहें कितना अच्छा आदमी हो उसे स्वर्ग न मिलेगा।
सनातन कहता है। अनेकों मार्ग उसी प्रभु तक जाते हैं। लोग उनको अलग अलग नामो6 से जानते हैं।
तुम हर जीव में मुझ परमातमा को देखो। सबको प्रेम करो। प्रेम से ही तुम मुझे सहजता से प्राप्त कर सकते हो।
सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया।
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चित् दुःखभाग् भवेत्।।
सभी सुखी होवें, सभी रोगमुक्त रहें, सभी मंगलमय के साक्षी बनें और किसी को भी दुःख का भागी न बनना पड़े।
अहिसां परमो धर्म: ।
बस अब आप स्वयं फैसला करें विशव शांति कैसे आ सकती है। क्या उससे जिसका जन्म डर से हुआ हो या उससे जो सिर्फ मेरे पीछे चलो कहता हो।
एक और बात कुरान और बाइबिल आंख खोलकर जो जगत चलता है सिर्फ उसी को बताते हैं चर्चा करते हैं। जैसे कैसे जिंदगी जिओ। परंतु हम दो दुनिया जीते हैं। एक आंख खोलकर दुसरी आंख बंद कर्। जब आंख खुली तो यह सत्य दुसरी दुनिया असत्य्। जब आंख बंद यानि नींद तो दुसरी सत्य पहली असत्य। जब दोनों असत्य तो सत्य क्या। इसी लिये सनातन कहता है। जगत मिथ्या ब्र्ह्म सत्य।
उस ब्र्ह्म को तो आंख बंद कर ही प्राप्त किया जाता है अपने अंतर्मुखी होकर। जिसके बारे में कुरान और बाइबिल शून्य।
जबकि वेद आंख बंद कर भी तुमको कौन सी अनुभुति होगी वह भी किस तरह यह सब समझाता है वह भी एक नहीं अनेक तरीकों से। जब तुमको ब्र्ह्म की अनुभुति होगी तो वह भी किस तरह की। यह भी वेद महावाक्य के द्वारा समझाया है। सार वाक्य तुम्हारे अन्य व्यवहार को बतायेगे। तो चरणो की धूल
मित्रों इतनी विशालता तर्क संगत हो तो इसाई और मुस्लिम विद्द्वान का उत्तर हेतु स्वागत है।